Saturday, 09-11-2024
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गोवर्धन पूजा के उपलक्ष्य पर हम सभी प्रकृति को संरक्षित करने का संकल्प लें - पूरन सिंह

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चरन सिंह (टाइम लाइन न्यूज़ हिंदी, संवाददाता)

बरेली। दीपावली उत्सव के बाद यानी आज शनिवार को कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा के अवसर पर गोवर्धन पूजा का पर्व देश भर में पूरे हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। इसे अन्नकूट पूजा के नाम से भी जाना जाता है, और यह विशेष पर्व भगवान श्रीकृष्ण द्वारा इंद्रदेव के अहंकार को समाप्त कर गोकुलवासियों की रक्षा करने की कथा से जुड़ा हुआ है। इस दिन की महत्ता सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि प्राकृतिक संतुलन और सामूहिक समर्पण का प्रतीक भी माना जाता है। इस खास दिन को लोग अपने हिसाब से और खास बनाते हैं, इसी क्रम में खंड शिक्षा अधिकारी क्यारा पूरन सिंह ने आज जया लॉन बारीनगला पहुँच कर पौधा रोपण किया और प्रकृति के संतुलन को बनाए रखने के लिए वृक्षों का हमारे जीवन में क्या महत्व है इस पर जया लॉन के संस्थापक धर्मेंद्र पटेल, एकेडमिक रिसोर्स पर्सन वीरेंद्र सक्सेना, अमिता नारंग, डॉक्टर विनोद कुमार शर्मा, संजय शर्मा, योगेश पाठक, के साथ लॉन पर उपस्थित तमाम शिक्षक और शिक्षामित्रों के साथ विचार विमर्श किया, इस दौरान उनके साथ सहायक लेखाकार रॉबिन रस्तोगी भी उपस्थित रहे। खंड शिक्षा अधिकारी पूरन सिंह ने कहा कि आज का दिन गोवर्धन पूजा का दिन है आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण और गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है, जो हमें यह याद दिलाता है कि हमारी प्रकृति से आत्मीयता और उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारे ऊपर है।

ग्लोबल वार्मिंग के दौर में यह प्राचीन परंपरा बेहद सकारात्मक संदेश देती है। यह त्योहार जीवन में सरलता, संतुलन, और पर्यावरण के प्रति आदर को प्रकट करने का अवसर है, जो हमारी संस्कृति और आध्यात्मिक जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है। गोवर्धन पूजा का आध्यात्मिक महत्व गहरे धार्मिक और जीवन-दर्शन से जुड़ा है। इस अवसर पर धर्मेंद्र पटेल ने कहा कि यह पर्व सिर्फ उत्सव नहीं है, बल्कि भारतीय जीवन-शैली में निहित प्रकृति और देवताओं के साथ हमारे संबंधों का प्रतीक है। गोवर्धन पर्वत की पूजा करना, किसी एक पर्वत या देवता की आराधना करना मात्र नहीं है, बल्कि यह सजीव और निर्जीव प्रकृति की शक्ति और उसकी सुरक्षा का संकल्प भी है, जो हमें श्रीकृष्ण के जीवन-दर्शन में दिखाई देता है। इस अवसर पर जया लॉन में जो कि शिक्षामित्र संघ का कैंप कार्यालय भी है में डॉ विनोद शर्मा, योगेश पाठक, संजय शर्मा, अमिता नारंग, वीरेंद्र सक्सेना, सूरज सक्सेना, अशोक पांडे, कप्तान सिंह, विजय सिंह, सचिन साहू, राजाराम, चंद्रपाल, सोमपाल आदि उपस्थित रहे।

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