सरकार ipo को लाकर केवल देश के कुछ पूंजीपतियों को फायदा पहुचाना चाहती है - राजीव निगम

बरेली- आज दिनांक 07-5-2022 को रोटरी भवन मे बीमा कर्मी संघ बरेली डिविजन का 11वां अधिवेशन सम्पन्न हुआ जिसकी अद्यक्षता व संचालन संगठन के अध्य्क्ष अरविंद देव सेवक द्वारा किया गया।।
झंडारोहण व शहीदवेदी पर श्रद्धांजलि के पश्चात् अधिवेशन का उद्घाटन करते हुए कानपुर से आए NCZIEF के महामंत्री कामरेड राजीव निगम ने कहा सरकार ipo को लाकर केवल देश के कुछ पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाना चाहती है जो इस देश कि जनता के साथ खिलवाड़ है। bksbd कि महामंत्री साथी गीता शांत ने lic के ipo पर बोलते हुए कहा कि सन 1956 में lic का राष्ट्रीयकरण इस समझ के साथ किया गया कि देश की आम जनता की गाढ़ी कमाई को lic के माध्यम से रोटेशन में ला कर देश के विकास में उस पैसे को लगया जाय और यह हुआ भी। उन्होंने आगे बताया कि lic का ipo लाने के पीछे सरकार का इरादा सिर्फ पैसा जुटाना ही नहीं है बल्कि lic को निजीकरण के रास्ते पर धकेल कर कारपोरेट के लिए जगह बनाना है । उन्होंने कहा कि lic में देश की जनता की गाढ़ी कमाई लगी है और देश की जनता को lic पर अटूट विश्वास है। ipo आने के बाद निजीकरण का रास्ता तो खुलेगा ही साथ पॉलिसी धारक का भरोसा भी टूटेगा यह भरोसा न टूटे और संस्था का वर्तमान स्वरूप बना रहे हमारी लड़ाई इस बात की है। हमे विश्वास है हम जीतेंगे। अरविंद देव सेवक ने कहा कि सन 1956 5 करोड़ की पूंजी से शुरू हुई संस्था आज जिसकी परिसम्पत्तियों में निरंतर बढोत्तरी हुई है जो आज लगभग 38 लाख करोड़ है वो भी तब जब 55लाख करोड़ लगभग सरकार को पंचवर्षीय योजनाओं के माध्यम से दिया जा चुका है। 42 करोड आज हमारा बीमा धारक है यह सब हवा में नही हुआ है हमारे अभिकर्ता साथी व कर्मचारी वर्ग ने लगातार अपना पसीना लगया है और वर्तमान सरकार lic का ipo ला कर इसको निजीकरण के रास्ते पर डाल कर पूंजीपतियों को दे देना चाहती है इस लिए संगठन आगे हर संभव संघर्ष करेगा। अधिवेशन के अंत मे बीमा कर्मी संघ बरेली डिविजन कि नई कार्यकारिणी गठन हुआ जिसमें सर्वसम्मति से अरविंद देव सेवक को अध्यक्ष, गीता शांत को महामंत्री और सर्वेश अग्रवाल को उपाध्यक्ष चुना गया।
सभा मे मुख्य रूप से दीपक मेहरा, रियाज़ अहमद, फैज़ खान, योगेश कुमार, शावेज़ आलम, अनामिका सारस्वत, पंकज सक्सेना, पूनम सिंह, विकास गुप्ता, सर्वेश अग्रवाल, देवेश मिश्रा, अरविंद वर्मा, मुस्तकीम, आदि साथी उपस्थित रहे
